Kushinagar Mosque Controversy:
कुशीनगर: Kushinagar Mosque Controversy– उत्तर प्रदेश में मस्जिदों को लेकर रोज़ कहीं न कहीं से एक नया विवाद सामने आ जाता है। संभल में मस्जिद विवाद अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब कुशीनगर में एक मस्जिद को लेकर बवाल शुरु हो गया है। यह विवाद मुख्यमंत्री योगी से की गयी शिकायत के बाद खड़ा हुआ। यह शिकायत एक हिन्दुत्वादी नेता द्वारा की गयी गयी थी।
शासन के आदेश के बाद अब कुशीनगर प्रशासन ने मस्जिद की पैमाइश का कार्य शुरू कर दिया है। शिकायत करने वाले हिन्दुत्वादी नेता ने दावा किया गया था कि कुशीनगर में कोतवाली हाटा के निकट सरकारी भूमि पर एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद का निर्माण किया जा रहा है। (Kushinagar Mosque Controversy)
शासन के आदेश पर कुशीनगर पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और राजस्व की टीम भूमि की पैमाइश करने पहुँचे। मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार इस मस्जिद का निर्माण लगभग 25 वर्ष पूर्व किया गया था। लेकिन अब हिन्दुत्वादी भाजपा नेता रामबचन सिंह ने विगत 17 दिसम्बर को यूपी सीएम पोर्टल पर इसकी शिकायत कर दी। (Kushinagar Mosque Controversy)
शासन ने भी तत्काल इस शिकायत पर कार्यवाही करते हुए कुशीनगर प्रशासन को एक्शन लेने का आदेश दे दिया। जिसके बाद रात में ही कुशीनगर ज़िलाधिकारी विशाल भारद्वाज और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र राजस्व टीम के साथ मौक़े पर पहुँचे स्तिथि का जायज़ा लिया और बुधवार को भूमि की पैमाइश कराने का निर्णय लिया। (Kushinagar Mosque Controversy)
एडीएम वैभव मिश्र, एडीशनल एसपी रितेश कुमार सिंह और पुलिस टीम की मौजूदगी में वार्ड नम्बर 21 में स्तिथ मस्जिद की पैमाइश की गयी। क्योंकि शिकायतकर्ता बीजेपी नेता रामबचन सिंह ने सीएम से शिकायत की थी कि यह मस्जिद नगर पालिका और नज़ूल की भूमि पर अवैध रूप बनायी हुई है। (Kushinagar Mosque Controversy)
शिकायतकर्ता बीजेपी नेता का कहना है कि उन्होंने जब वर्ष 1993 मस्जिद का निर्माण आरम्भ हुआ था तब भी इसकी शिकायत की थी कि यह मस्जिद अवैध क़ब्ज़ा करके बनायी जा रही है। वह तभी से इसके विरुद्ध लड़ाई लड़ रहा है। उधर ज़िलाधिकारी, एसएसपी व SDM हाटा के नेतृत्व में भूमि पैमाइश कराई, लेकिन जाँच अभी जारी है।
व्हाट्सएप चैनल जॉइन करने हेतु इस लिंक पर क्लिक करें।