Raghvendra Pratap Viral Video: उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज में एक जनसभा में खुलेआम खुले मंच से 10 मुसलमान लड़कियों के अपहरण कर धर्मांतरण कराने की अपील की गयी है। और यह अपील किसी आम हिन्दुत्ववादी व्यक्ति ने नहीं बल्कि बीजेपी के एक पूर्व विधायक….
सिद्धार्थनगर(यूपी): Raghvendra Pratap Viral Video: कहने को तो देश में हिन्दुओं और मुसलमानों के लिये एक ही क़ानून है लेकिन प्रैक्टिकली देखा जाये तो बीजेपी शासित राज्यों में हिन्दुओं के लिये अलग और मुसलमानों के लिये अलग क़ानून है। क्यूँकि बीजेपी शासित राज्यों में ज़बरन धर्मांतरण क़ानून के अन्तर्गत ‘लव जिहाद’ के नाम पर मुसलमानों पर तो कड़ी से कार्यवाही की जाती है लेकिन ये ही काम अगर कथित ‘भगवा लव ट्रैप’ के तहत किया जाता है तो उन्हें ‘घर वापसी’ के नाम से हिन्दुत्ववादियों द्वारा खूब सहारा जाता है।

उत्तर प्रदेश में ज़बरन धर्मांतरण कराने के आरोप में जमालुद्दीन उर्फ़ छांगुर बाबा के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की गयी ठीक है। अगर छांगुर बाबा ज़बरन किसी का धर्मांतरण करा रहे थे तो उन पर कार्यवाही होनी ही चाहिये थी। लेकिन क्या यह धर्मांतरण कराने का काम सिर्फ़ मुसलमान ही कर रहे हैं? नहीं, मुसलमान तो आज ‘लव जिहाद’ क़ानून के लागू होने के बाद आज इतना डरा हुआ है कि अगर कोई हिन्दू अपनी मर्ज़ी से धर्म बदलने का प्रयास करता है तो मुसलमान क़ानूनी पचड़े में पड़ने के डर से पीछे हट जाता है।
लेकिन इसके विपरीत आज हिन्दुत्ववादी लोग बेधड़क ‘घर वापसी’ के नाम यह धर्मांतरण कराने का कार्य कर रहे हैं, और इन पर कोई कार्यवाही भी नहीं होती। ऐसे ही एक उत्तर प्रदेश में कृष्ण कुमार शर्मा उर्फ़ के.के शंखधारी बाबा हैं, जिन्होंने स्वयं स्वीकार किया है कि उन्होंने 78 मुस्लिम लड़कियों का धर्मांतरण कराया है। जब ऐसे लोगों के विरुद्ध कोई कड़ी कार्यवाही नहीं हुई, तो ऐसे ही दूसरे लोग भी आज यह खुले मंच से मुसलमान लड़कियों के अपहरण करने और ज़बरन धर्मांतरण की बात कह रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज से, जहाँ एक जनसभा में खुलेआम खुले मंच से 10 मुसलमान लड़कियों के अपहरण कर धर्मांतरण कराने की अपील की गयी है। और यह अपील किसी आम हिन्दुत्ववादी व्यक्ति ने नहीं बल्कि बीजेपी के एक पूर्व विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने की है। इस बीजेपी के पूर्व विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए हिन्दू लड़कों से हाथ उठवाकर पूछा है कि कौन-कौन हिन्दू लड़के मुस्लिम लड़कियों का अपहरण करके लायेंगे?
इस अवसर पर बीजेपी के पूर्व विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि 1 महीने के भीतर 2 हिन्दू लड़कियों ने मुस्लिम लड़कों से शादी कर ली है, इसलिये हमारे हिन्दू लड़के अब 2 लड़कियों की बजाय 20 मुस्लिम लड़कियों को उठाकर लायें और उन्हें हिन्दू बनायें। इस दौरान उन्होंने हिन्दू लड़कों से हाथ उठवाकर पूछा कि बताओ इस काम को कितने लड़के करेंगे? इस दौरान बीजेपी के पूर्व विधायक ने कहा कि जो भी हिन्दू लड़का मुस्लिम लड़की लायेगा वे उसकी नौकरी और खाने पीने का इन्तज़ाम खुद वे करेंगे।
अब सवाल ये ही उठता है कि यें खुले मंच से ऐसे लोग ऐसी असंवैधानिक और अमर्यादित भाषा कैसे बोल देते हैं? क्या इनके विरुद्ध भी कोई कार्यवाही नहीं होनी चाहिये? लेकिन आज देखने में आ रहा है कि बीजेपी शासित राज्यों में तो मुसलमानों के प्रति दिन प्रतिदिन नफ़रत बढ़ती ही जा रही है। ऐसे हिन्दुत्ववादी लोग अब मुसलमानों के विरुद्ध ख़ुलेआम ऐसी ऐसी बयानबाज़ी कर रहे हैं।
और तो और आज जनता के वें प्रतिनिधि जिन्हें संविधान की शपथ ली हुई है, वे भी मुसलमानों के विरुद्ध ऐसी बयानबाज़ी कर रहे हैं। लेकिन ऐसे लोगों पर कोई कार्यवाही न होना एक बड़ी बात है। इससे तो एक वर्ग विशेष के लोगों में निराशा पनप रही है, और दूसरे वर्ग को प्रोत्साहन। तभी तो आज मुसलमानों के विरुद्ध इस प्रकार से खुले मंचों से बयानबाज़ी हो रही है। ऐसा नहीं होना चाहिये, ज़बरन धर्मांतरण कहीं भी हो, कोई भी कराये उनके विरुद्ध निष्पक्ष रूप से कार्यवाही होनी चाहिये।
स्रोत: Zee News (Edited By-World News Mirror)

