Indian Youth in Russian Army:
विदेश समाचार: Indian Youth in Russian Army- एक बड़ी ख़बर रूस में पढ़ाई और नौकरी करने गये भारतीय युवाओं से जुड़ी हुई। दरअसल रूस गये भारतीय युवाओं को रूस ने यूक्रेन के साथ युद्ध लड़ने के लिये ज़बरदस्ती अपनी सेना में भर्ती किया जा रहा है। और वे वहाँ बहुत परेशान हैं।

इस बात का ख़ुलासा तब हुआ जब राजस्थान के बीकानेर निवासी महावीर प्रसाद गोदारा ने बताया कि उनका बेटा बीते वर्ष रूस में पढ़ाई करने गया था, लेकिन अब वह और उसके अन्य भारतीय साथी यूक्रेन के विरुद्ध रूस की ओर से लड़ रहे हैं।” बीकानेर निवासी महावीर प्रसाद गोदारा का कहना है कि रूस गये उनके बेटे और अन्य भारतीय युवाओं की स्थिति वहाँ बन्धकों जैसी हो चुकी है।” उन्होंने भारत से मदद की गुहार लगायी है। के लिए सरकार से गुहार लगायी है। (Indian Youth in Russian Army)
thelallantop की एक रिपोर्ट में आजतक के हवाले से बताया जा रहा है कि यह मामला उन भारतीय युवाओं से जुड़ा हुआ है, जो या तो रूस पढ़ाई के लिये गये हैं या उन्हें नौकरी के बहाने रूस भेजा गया है। लेकिन अब उन्हें ज़बरन रूस अपनी सेना में भर्ती करकर यूक्रेन से लड़ने के लिये सीमा पर भेज दिया गया है। राजस्थान जे बीकानेर निवासी महावीर प्रसाद गोदारा का बेटा अजय कुमार गोदारा भी बीते वर्ष 28 नवम्बर-2024 को स्टडी वीज़ा पर रशिया गया था। (Indian Youth in Russian Army)
लेकिन रूस जाने के कुछ ही दिनों बाद उसकी भेंट एक महिला से हुई, जिसने उसे भरोसा दिलाया कि वह उन्हें रूस में नौकरी दिला सकती है। उक्त महिला ने अजय कुमार गोदारा और उसके कुछ भारतीय साथियों को रूसी भाषा में छपे कुछ फार्म भरवाकर उनके हस्ताक्षर करवाये। रूसी भाषा की समझ के अभाव में इन सब भारतीय युवाओं न महिला के विश्वास पर हस्ताक्षर कर दिये। इसके बाद जब इनके हाथ में रूसी सेना की वर्दी थमा दी गयी तो इन्हें पता चला कि उक्त महिला ने वो फॉर्म्स सेना में भर्ती कराने के लिये भरवाये गये थे। (Indian Youth in Russian Army)

इसके बाद इन भारतीय युवाओं को यूक्रेन के विरुद्ध जंग लड़ने के लिये यूक्रेन-रूस सीमा पर भेज दिया गया। लेकिन अब वे भारतीय युवा वीडियो के माध्यम से अपने साथ हुए इस धोखे की पीड़ा बयान कर रहे हैं। युवाओं के परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, जब इन भारतीय युवाओं ने इसका विरोध किया तो इन्हें धमकियाँ दी गयी और उनके साथ मारपीट भी की गयी। बताया जा रहा है कि अब इन भारतीय युवाओं के डाक्यूमेंट्स से छीन लिये गये हैं। ताकि वे कहीं भाग भी न सकें। (Indian Youth in Russian Army)
thelallantop की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी सेना में ज़बरन सिर्फ़ अजय कुमार गोदारा को ही भर्ती नहीं किया गया है, बल्कि इसके अलावा राजस्थान और हरियाणा के लगभग तीन 3 दर्ज़न युवाओं को भी इसी प्रकार से ज़बरन और धोखे से भर्ती कर यूक्रेन के विरुद्ध जंग लड़ने में झोंक दिया गया है। अब यें सब भारतीय युवा वहाँ बहुत परेशान हैं। अब उनके पास न तो घर लौटने का कोई रास्ता बचा है और न ही अपने आप को बचाने का कोई कोई तरीक़ा।
रूस में रह रहे इन भारतीय युवाओं के परिजनों का कहना है कि “हमारे बच्चे तो रूस पढ़ाई करने के लिये गये थे, लेकिन वहाँ युद्ध में लड़ने के लिये उनके हाथों में बन्दूकें थमा दी गयी हैं। यह तो सरासर मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन है।” अब इन भारतीय युवाओं के परिजनों को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं उनके बेटे और उनके साथी वहाँ युद्ध में मारे न जाये। (Indian Youth in Russian Army)
इसलिये मौक़े की गम्भीरता को देखते हुए राजस्थान के युवाओं के परिजनों ने राजस्थान के मन्त्रियों से सम्पर्क करके तुरन्त कार्यवाही की माँग की। जिसके बाद मन्त्री मेघवाल ने भारतीय विदेश मन्त्रालय से सम्पर्क किया। उन्होंने मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास को इस पूरे घटनाक्रम की पूरी जानकारी दी। रूस स्तिथ भारतीय दूतावास ने जवाब देते हुए कहा है कि “इस मामले पर यथाशीघ्र कार्यवाही की जायेगी। (Indian Youth in Russian Army)
Source: thelallantop (Partially Edited)
